बोधगया। थाईलैंड के महामहिम राजा के उदार समर्थन के तहत, पवित्र महाबोधि महाविहार मंदिर, बोधगया में एक विशेष प्रार्थना समारोह का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य भगवान बुद्ध की कालातीत शिक्षाओं के संरक्षण और सम्मान के प्रतीक “धर्म चक्र” के प्रचार-प्रसार को बढ़ावा देना और उसका समर्थन करना था।इस समारोह में रॉयल किंग आर्मी के मेजर श्री थानाफन थुराफन और उनके परिवार के साथ-साथ भारत में थाईलैंड की राजदूत महामहिम सुश्री पट्टारत होंगतोंग और 12 प्रतिष्ठित गणमान्य व्यक्ति शामिल हुए। प्रार्थना का नेतृत्व रॉयल थाई मंदिर के मुख्य मठाधीश, आदरणीय वीरयुद्ध और बोधगया के वत्सनपोंग ध्यान केंद्र के मुख्य मठाधीश आदरणीय फ्राखिउफमतावाचाई ने किया। बताया जाता है कि प्रार्थना समारोह में सभी प्राणियों की भलाई के लिए समर्पित प्रसाद और मंत्र शामिल थे और इसने वर्ष के आध्यात्मिक समापन को चिह्नित किया गया । यह एकता का एक गहन क्षण था जो थाईलैंड और भारत के बीच साझा सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को दर्शाता है । इस अवसर पर बौद्ध धर्म की शिक्षाओं के वैश्विक केंद्र और शांति एवं करुणा के प्रतीक के रूप में बोधगया की भूमिका को उजागर किया। साथ ही दोस्ती और समझ के अंतरराष्ट्रीय बंधनों को बढ़ावा देते हुए धर्म की पवित्रता को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को मजबूत किया गया।