गया। वजीरगंज में रविवार को क्षेत्र के मगही तथा हिन्दी कवि व लेखकों की रचनाओं का संरक्षण व हिन्दी-मगही भाषा ज्ञान के विस्तार हेतु नौ सदस्यीय मंच का गठन किया गया, जिसमें सर्व सम्मति से पंकज कुमार उर्फ संजय को अध्यक्ष पद के लिये चयनित किया गया । गठन हेतु दखिनगांव बस स्टैंड स्थित पैरू साव के मकान में आयोजित बैठक को संबोधित करते हुए पूर्व मुखिया शम्भु शरण शर्मा ने कहा कि आज हम भाषा का उपयोग अपनी संस्कृति बचाने के लिये नहीं बल्कि पैसे बनाने के लिये कर रहे हैं और दूसरे देश की भाषा अंग्रेजी को प्राथमिकता देते रहते हैं,जिसके कारण हमारी संस्कृति अब विलुप्त होने के कगार पर आ गया है, जिसे आधुनिक दौर में संरक्षण की जरूरत है । इसके लिये हमलोगों ने समाज में जागृति पैदा करने और अपनी संस्कृति की अमूल्य भाषा मगही तथा हिन्दी को प्रसारित करने का बिड़ा उठाया है। बैठक में सचिव पद के लिये चयनित शिक्षक असिम कुमार पवन ने कहा कि हिन्दी की 36 बहनों में एक बहन मगही भाषा है, जिसके लेखक यहां के स्व जयराम बाबु, अमर सिंह राठौर, रामवृक्ष महाराज जैसे लोगों ने अपने जीवनकाल में सैकड़ों गीत, कविता की रचना कर अपनी लेखनी से समाज को प्रभावित करने का कार्य किया है । बैठक में संरक्षक के लिये कृष्णचन्द्र चौधरी, उपेन्द्र कुमार पथिक एवं शम्भुशरण शर्मा का चयन किया गया । वहीं कोषाध्यक्ष के रूप में सुरेन्द्र कुमार तथा कमिटी के स्थायी सदस्य के रूप में सुनिल कुमार, खेलावन दास, महेश कुमार सुमन तथा मीडिया प्रभारी अमित कुमार, उपसचिव के लिये प्रभाकर कुमार का चयन किया गया ।मंच के लोगो ने सर्वसम्मति निर्णय लिया गया कि प्रत्येक माह के अंतिम रविवार को बैठक कर पूर्व बैठक की समीक्षा एवं अगले कार्य का निर्णय लिया जायगा । मौके पर पंसस आनंद मिलिंद, युवा लेखक मंडल पुरी, ओमप्रकाश यादव सहित अन्य लोग उपस्थित थे।